World Breaking News LIVE Updates; Trump H1B Visa Fee Hike | Pakistan China Russia | वर्ल्ड अपडेट्स: जयशंकर बोले- जंग से ग्लोबल साउथ को नुकसान, शांति के बिना विकास मुमकिन नहीं

World Breaking News LIVE Updates; Trump H1B Visa Fee Hike | Pakistan China Russia | वर्ल्ड अपडेट्स: जयशंकर बोले- जंग से ग्लोबल साउथ को नुकसान, शांति के बिना विकास मुमकिन नहीं

5 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में वैश्विक शांति, विकास और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन और गाजा जैसे संघर्षों ने ग्लोबल साउथ (विकासशील देशों) को एनर्जी, फूड और उर्वरक सुरक्षा के मामले में भारी नुकसान पहुंचाया है।

जयशंकर ने कहा कि शांति के बिना विकास संभव नहीं है, और विकास को खतरे में डालकर शांति नहीं लाई जा सकती। उन्होंने सुझाव दिया कि इन समस्याओं का हल बातचीत और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए। कुछ देश, जो दोनों पक्षों से बात कर सकते हैं, उनका इस्तेमाल शांति स्थापित करने के लिए किया जा सकता है।

उन्होंने आतंकवाद को शांति और विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। जयशंकर ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। जो देश आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाते हैं, वे पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा योगदान देते हैं।

विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि मौजूदा वैश्विक ग्लोबल हालात अस्थिर हैं। UN की कमियां साफ दिख रही हैं, और इसे सुधारने की जरूरत अब पहले से कहीं ज्यादा है।

अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

रूस के डिप्टी पीएम से मिले PM मोदी, पुतिन को भारत आने का न्योता दिया

प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में रूस के डिप्टी प्रधानमंत्री दिमित्री पात्रुशेव से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच खेती, उर्वरक और फूड प्रोसेसिंग में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने इसे लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में रूस के डिप्टी पीएम दिमित्री पात्रुशेव से मिलकर खुशी हुई।

उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को शुभकामनाएं दीं और उन्हें भारत में 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।

रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया में खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ गई हैं और सप्लाई में दिक्कतें आ रही हैं। रूस उर्वरक बनाने में बड़ा देश है, और भारत के लिए यह साझेदारी खाद की कमी को पूरा करने में मदद कर सकती है।

कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के शख्स ने यौन अपराधी की हत्या की; बोला- कोई पछतावा नहीं, वो इसी के लायक था

अमेरिका के कैलिफोर्निया में 29 वर्षीय भारतीय मूल के वरुण सुरेश ने एक यौन अपराधी की चाकू मारकर हत्या कर दी। फ्रेमॉन्ट पुलिस ने इसे जानबूझकर किया जुर्म बताया।

पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर को दो लोगों के बीच झगड़े की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। वहां 71 साल का डेविड ब्रिमर जमीन पर गिरा हुआ था, जिसके शरीर पर चाकू के कई घाव थे।

पुलिस और मेडिकल टीम ने उनकी जान बचाने की कोशिश की, लेकिन ब्रिमर की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल से एक चाकू बरामद हुआ और संदिग्ध सुरेश को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस जांच में पता चला कि सुरेश ने कैलिफोर्निया की मेगन लॉ वेबसाइट पर यौन अपराधियों की लिस्ट देखकर ब्रिमर को निशाना बनाया। ब्रिमर को 1995 में एक नाबालिग के साथ यौन अपराध करने के लिए दोषी ठहराया गया था। इसके लिए उसने नौ साल जेल की सजा काटी थी।

सुरेश ने पुलिस को बताया कि वह लंबे समय से ब्रिमर को सजा देने की योजना बना रहा था, क्योंकि उसका मानना था कि ऐसे लोग बच्चों को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्हें जीने का हक नहीं है, वो इसे के लायक था।

पुलिस के अनुसार, हत्या से ठीक एक घंटे पहले सुरेश ने मेगन लॉ वेबसाइट पर ब्रिमर की जानकारी देखी और उनके प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट लिया। उसने खुद को एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बताकर एक बैग और नोटबुक के साथ ब्रिमर के घर पहुंचा ताकि उसका भरोसा जीत सके।

ब्रिमर की पहचान करने के बाद सुरेश ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। गिरफ्तारी के बाद सुरेश ने पुलिस को बताया कि उसे कोई पछतावा महसूस नहीं हो रहा है। उसने कहा कि उसे उम्मीद थी कि पीड़ित एक अपराधी था, इसलिए उसे सजा नहीं मिलेगी।

उसने यह भी कहा कि वह भागने की योजना नहीं बना रहा था। पुलिस ने बताया कि 2021 में भी सुरेश को एक झूठी बम धमकी देने और हयात होटल्स के सीईओ को शिकार करने की धमकी देने के लिए गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि वह उसे भी यौन अपराधी मानता था।

जेलेंस्की बोले- जंग खत्म होने के बाद राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार, सत्ता में बने रहना मकसद नहीं

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बुधवार को कहा है कि रूस के साथ जंग खत्म होने के बाद वे राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हैं। न्यूयॉर्क में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनका मकसद युद्ध को रोकना है, न कि सत्ता में बने रहना।

जेलेंस्की ने वादा किया कि अगर सीजफायर हो जाता है, तो वे संसद से चुनाव कराने को कहेंगे। उन्होंने कहा- जंग के बाद लोग नया नेता चुनना चाहेंगे। मैं इसके लिए तैयार हूं। यूक्रेन में युद्ध के बाद से मार्शल लॉ लागू है। इस वजह से चुनाव नहीं हो सकते।

जेलेंस्की ने अगस्त में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से व्हाइट हाउस में मुलाकात की। ट्रम्प ने तब उनसे यूक्रेन में चुनाव न होने की शिकायत की थी। इस पर जेलेंस्की ने उनसे कहा था कि सीजफायर होने पर वे संसद को चुनाव की तैयारी करने को कहेंगे। उन्होंने बताया- सीजफायर के दौरान सुरक्षा की स्थिति ऐसी हो सकती है कि लोग वोट डाल सकें।

जेलेंस्की 2019 में भारी वोटों से राष्ट्रपति बने थे। उनका कार्यकाल मई 2024 में खत्म होना था, लेकिन युद्ध की वजह से इसे बढ़ा दिया गया। युद्ध शुरू होने पर उनकी लोकप्रियता 90% तक पहुंच गई थी। अब भी अलग-अलग सर्वे में 60% से ज्यादा लोगों ने उनका समर्थन किया है।

श्रीलंका के बौद्ध मठ में केबल कार्ट पलटने से सात भिक्षुओं की मौत, एक भारतीय भी शामिल

श्रीलंका के एक बौद्ध मठ में केबल से चलने वाली रेल कार्ट के पलटने से सात बौद्ध भिक्षुओं की मौत हो गई, जिनमें एक भारतीय भी शामिल है।

हादसे में 6 लोग घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, यह हादसा बुधवार रात निकावरटिया के ना उयाना अरण्य सेनासनाया मठ में हुआ, जो कोलंबो से लगभग 125 किलोमीटर दूर है।

मृतकों में भारत, रूस और रोमानिया के भिक्षु शामिल हैं, जबकि 4 श्रीलंकाई नागरिक थे। 6 घायल भिक्षुओं में से 4 की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, केबल से चलने वाली गाड़ी ढलान पर उतरते समय नियंत्रण खो बैठी। जिससे यह हादसा हुआ।

मठ की वेबसाइट के अनुसार, इसका इतिहास तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से शुरू होता है, जिससे यह देश का सबसे पुराना मठ है। वर्तमान में यहां 200 से अधिक भिक्षु रहते हैं।

अमेरिका ने दो भारतीयों पर प्रतिबंध लगाया, नकली दवा तस्करी का आरोप

अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने बुधवार को दो भारतीयों नागरिक सादिक अब्बास हबीब सईद और खिजर मोहम्मद इकबाल शेख, और उनकी ऑनलाइन फार्मेसी केएस इंटरनेशनल ट्रेडर्स, पर पाबंदी लगा दी है।

इन पर आरोप है कि इन्होंने अमेरिका में लाखों नकली दवाइयां भेजी, जिनमें फेंटेनाइल और अन्य खतरनाक नशीले पदार्थ मिले थे। यह कदम अमेरिका में नशे की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है।

ट्रेजरी विभाग ने बुधवार को बताया कि सईद और शेख ने डोमिनिकन गणराज्य और अमेरिका के ड्रग तस्करों के साथ मिलकर नकली दवाइयां बेचीं। ये दवाइयां ऑक्सीकोडोन, एडरॉल और जैनेक्स जैसी दवाओं की तरह दिखती थीं, लेकिन इनमें फेंटेनाइल और मेथामफेटामाइन जैसे खतरनाक नशीले पदार्थ थे।

इन्होंने अपने गैरकानूनी काम के लिए सीक्रेट मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल किया। सितंबर 2024 में न्यूयॉर्क की एक अदालत ने इनके खिलाफ नशे से जुड़े अपराधों में केस दर्ज किया था।

ट्रेजरी डिपार्टमेंट का कहना है कि भारत जैसी जगहों से चलने वाली ऐसी गैरकानूनी ऑनलाइन दवा दुकानें अमेरिका में नशे की समस्या को और बढ़ा रही हैं। ये लोग ग्राहकों को धोखा देते हैं, जिससे नशे की लत और मौतें बढ़ रही हैं।

अमेरिका में 18 से 45 साल के लोगों की मौत का सबसे बड़ा कारण नशे का ओवरडोज है।

दुबई जेल में बंद कुवैती इन्फ्लुएंसर रवान बिन हुसैन ने भूख हड़ताल शुरू की

कुवैत की मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रवान बिन हुसैन दुबई की जेल में बंद हैं और अब भूख हड़ताल पर चली गई हैं। रवान के इंस्टाग्राम पर 7.5 मिलियन यानी 75 लाख फॉलोअर्स हैं। उनकी जेल से आई एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह कमजोर और थकी हुई दिख रही हैं।

रवान को पब्लिक प्लेस में शराब पीने, पुलिसकर्मी से मारपीट और हंगामा करने के आरोप में मार्च 2023 में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने उन्हें 6 महीने जेल, 20 हजार दिरहम जुर्माना और देश छोड़ने का आदेश दिया था। लेकिन जेल में उन्होंने एक महिला गार्ड पर हमला कर दिया, जिसके बाद उनकी सजा एक साल और बढ़ा दी गई।

रवान पहले भी कई विवादों में रही हैं। 2020 में पति से तलाक के बाद मारपीट के केस, ब्रिटेन में कोर्ट से गैर-हाजिरी, बगदाद एयरपोर्ट पर झगड़ा और सऊदी अरब में ईरान के झंडे के सामने डांस करना जैसे मामले शामिल हैं।

वोग मैगजीन ने उन्हें कभी कुवैत की ब्रूक शील्ड्स कहा था, लेकिन अब वह लगातार कानूनी मुसीबतों में घिरी हुई हैं।

अमेरिकी अधिकारी बोले- ट्रम्प और मोदी की मुलाकात जल्द होगी; कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता का कोई इरादा नहीं

अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि जल्द ही राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात होगी। उन्होंने कहा कि भले ही हाल ही में कुछ तनाव रहे हों, लेकिन भारत-अमेरिका के संबंध मजबूत बने हुए हैं।

दोनों देशों में अगली QUAD समिट की तारीख तय करने पर भी बातचीत चल रही है।

अमेरिका ने यह भी साफ किया कि कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता को लेकर उनका कोई इरादा नहीं है और यह मुद्दा भारत-पाकिस्तान के बीच ही सुलझाया जाना चाहिए।

अधिकारी ने बताया कि भारत के रूस से तेल खरीदने को लेकर चल रही बातचीत सकारात्मक दिशा में है। जल्द ही इसका समाधान होने की संभावना है।

कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद अक्टूबर में भारत दौरे पर आएंगी

कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद अगले महीने भारत की यात्रा पर आ सकती हैं। इस दौरान वे भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात करेंगी।

हालांकि, अक्टूबर में होने वाली दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के इस मुलाकात की अभी कोई तारीख तय नहीं हुई है।

दोनों देश इस दौरान कई अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे। यह दौरा भारत और कनाडा के बीच रिश्तों को सुधारने का संकेत माना जा रहा है। 2023 में दोनों देशों के बीच तनाव के बाद ये पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।

दरअसल 2023 में भारत और कनाडा के साथ रिश्ते ख़राब हो गए थे। कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हुई हत्या के लिए भारत सरकार पर आरोप लगाया था।

इस दौरान भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया था। हालांकि, इसी साल जून में कनाडा में G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान PM मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात की हुई थी। उस दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई थी।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने हथियार खरीद बढ़ाई, 75 हजार करोड़ रुपए के सौदे तैयार

ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान नए सिरे से सामरिक तैयारियों में जुटा है। हथियार खरीद फास्ट ट्रैक कर दी है। एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम, आधुनिक लड़ाकू विमान और प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन्स खरीदने पर जोर है।

अधिकारियों ने बताया कि इन सौदों पर करीब 75,421 करोड़ रुपए (8.5 बिलियन डॉलर) खर्च होंगे। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,

QuoteImage

भविष्य में किसी तरह की आक्रामकता के लिए तैयार रहने की खातिर खरीद तेज की जा रही है।

QuoteImage

ये तैयारी भारत ही नहीं, बल्कि इंडो-इजराइल जैसी किसी संयुक्त कार्रवाई को ध्यान में रखकर भी की जा रही है। इस बजट का सबसे बड़ा हिस्सा नवगठित आर्मी रॉकेट फोर्स पर खर्च होगा।

अभी चीन पाकिस्तान का प्रमुख सप्लायर है। कुल आयात का 80% से अधिक हिस्सा चीन से आता है। हालांकि, तुर्की भी पाकिस्तान की मदद कर रहा है। तुर्की के साथ डिफेंस सौदे उन्नत ड्रोन तकनीक और नौसैनिक प्रणालियों पर केंद्रित हैं।

वेनेजुएला में 6.2 तीव्रता का भूकंप, कोलंबिया तक झटके महसूस हुए

साउथ अमेरिकी देश वेनेजुएला के उत्तर-पश्चिमी राज्य जूलिया में बुधवार देर रात 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक भूकंप के झटके वेनेजुएला के कई राज्यों और पड़ोसी कोलंबिया तक महसूस किए गए।

इसका केंद्र मेने ग्रांडे कस्बे से करीब 24 किमी दूर था। मेने ग्रांडे झील माराकाइबो के पास स्थित है। यह झील देश का प्रमुख तेल उत्पादन क्षेत्र है।

बाद में संचार मंत्री फरेडी नान्येज ने बताया कि 3.9 और 5.4 तीव्रता के दो और भूकंप जूलिया और बारिनास राज्यों में दर्ज किए गए।

कई इलाकों में लोग इमारतों से बाहर निकल आए, हालांकि अब तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं हैं।

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस को भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया गया; 2007 में लीबियाई तानाशाह गद्दाफी से फंडिंग लेने का आरोप

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को एक मुकदमे में साजिश रचने का दोषी ठहराया गया है। उन पर और उनके सहयोगियों पर 2007 के फ्रांसीसी राष्ट्रपति चुनाव अभियान में फंडिंग करने के लिए दिवंगत लीबियाई तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के शासन के साथ भ्रष्टाचार समझौता करने का आरोप लगाया गया था।

हालांकि, उन्हें भ्रष्टाचार और अवैध फंडिंग से जुड़े तीन दूसरे मामलों से बरी कर दिया गया। सजा अभी तय नहीं हुई है। सरकोजी ने सभी आरोपों से इनकार किया है और वे इस फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बना रहे हैं।

अभियोजकों का कहना है कि 2005 में सरकोजी और उनके सहयोगियों ने गद्दाफी के साथ मिलकर 2007 के चुनाव के लिए गैरकानूनी तरीके से पैसा लिया। इसके बदले गद्दाफी ने सरकोजी से कूटनीतिक और व्यापारिक मदद मांगी थी।

गद्दाफी का शासन मानवाधिकार उल्लंघन और आतंकवाद के लिए कुख्यात था। 2007 में राष्ट्रपति बनने के बाद सरकोजी ने गद्दाफी को पेरिस में राजकीय दौरे पर बुलाया था, लेकिन 2011 में सरकोजी ने नाटो के हवाई हमलों के जरिए गद्दाफी के शासन को उखाड़ने में मदद की, जिसके बाद गद्दाफी को विद्रोहियों ने मार डाला।

सरकोजी 2007 से 2012 तक राष्ट्रपति रहे। उनको पहले भी दो मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। पहले मामले में उन पर एक जज से पक्षपात लेने की कोशिश का आरोप था, जिसमें उन्हें एक साल की जेल हुई।

दूसरे मामले में 2012 के चुनाव में गैरकानूनी खर्च छिपाने के लिए सजा मिली। सरकोजी ने दोनों फैसलों के खिलाफ अपील की है। यहां पढ़ें पूरी खबर…

जबरन नसबंदी केस में डेनमार्क PM ने माफी मांगी:60 साल पहले महिलाओं को जबर्दस्ती गर्भनिरोधक डिवाइस लगाई गई थी

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने बुधवार को ग्रीनलैंड की महिलाओं से 60 पहले जबर्दस्ती की गई नसबंदी के लिए माफी मांगी है। इस नसबंदी का मकसद ग्रीनलैंड की जनसंख्या कंट्रोल करना था, जिसे अब नस्लीय भेदभाव का प्रतीक माना जाता है। ग्रीनलैंड, डेनमार्क का ही एक स्वायत्त क्षेत्र है, जिसका अपना पीएम है।

दरअसल, 1960 और 1970 के दशक में, डेनमार्क के डॉक्टरों ने लगभग 4,500 ग्रीनलैंड की महिलाओं और लड़कियों को जबर्दस्ती गर्भनिरोधक डिवाइस (IUD) लगाए थे। इसे स्पाइरल केस नाम से जाना जाता है।

नमार्क PM फ्रेडरिक्सन ने माना कि कई महिलाओं को मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा, और कुछ जीवन भर मां नहीं बन सकीं। समारोह में मौजूद एक महिला ने कहा कि ‘फ्रेडरिक्सन की माफी अच्छी है, लेकिन हमें सच्चाई और इंसाफ चाहिए। इस भाषण में मुआवजे का कोई जिक्र नहीं होने से मुझे निराशा हुई।’ यहां पढ़ें पूरी खबर…

पाकिस्तान ने भारत से संघर्ष को स्कूल सिलेबस में जोड़ा:इसमें भारत के 26 ठिकाने तबाह करने का दावा, लिखा- झूठे आरोप लगाकर हमला किया

पाकिस्तान ने अपनी स्कूल बुक्स में मई में भारत के साथ हुए चार दिन के संघर्ष पर नया सिलेबस शामिल किया है, जिसमें तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन किताबों में दावा किया गया है कि भारत ने बिना किसी कारण के 7 मई 2025 को पाकिस्तान पर हमला किया और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का झूठा आरोप लगाया।

पाकिस्तानी किताबों में दावा किया गया है कि भारत ने युद्ध शुरू किया, पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में भारत के 4 राफेल फाइटर जेट्स और कई हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया। अभी यह साफ नहीं है कि ये किताबें किस क्लास की हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…

यूनुस बोले- भारत और बांग्लादेश के बीच समस्याएं हैं:वो हमारे खिलाफ फेक न्यूज फैलाते; मुझे तालिबानी की तरह दिखाते हैं

मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने माना है कि बांग्लादेश और भारत के बीच दिक्कतें हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क में गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि शेख हसीना का भारत में होना दोनों देशों के संबंधों को मुश्किल बना रहा है, क्योंकि वे उनकी मेजबानी कर रहे हैं जिन्होंने यह सारी दिक्कतें पैदा कीं।

यूनुस ने आरोप लगाया कि भारत को छात्र नेताओं का काम पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा- “भारत हमारे खिलाफ फेक न्यूज फैला रहा है। तरह-तरह का प्रचार किया जा रहा है कि जैसे कि यह एक इस्लामी आंदोलन है जिसने बांग्लादेश पर कब्जा कर लिया है। वे कहते हैं कि मैं भी तालिबानी हूं।

यूनुस ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) के बारे में बताते हुए कहा कि, “SAARC का असल मतलब है, कि आप हमारे देश में इन्वेस्ट करे और हम आपके टेरिटरी में इन्वेस्ट करेंगे। SAARC ऐसे ही काम करता है। हम एक-दूसरे से बिजनेस के तौर पर जुड़े है। नेपाल अपने समुद्र के रास्ते से सामान इम्पोर्ट करता है, जिससे हम सभी को फायदा होता है।” यहां पढ़ें पूरी खबर…

ट्रम्प बोले- मैं UN में तीन साजिशों का शिकार हुआ:संयुक्त राष्ट्र से जांच की मांग की; अमेरिकी सीक्रेट सर्विस भी शामिल होगी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में मंगलवार को उनके साथ तीन बड़ी गड़बड़ियां हुई थीं। ट्रम्प ने इन्हें साजिश करार दिया है।

ट्रम्प ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा- UN को अपने आप पर शर्म आनी चाहिए। कल संयुक्त राष्ट्र में सिर्फ एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन बेहद संदिग्ध घटनाएं हुई हैं।

ट्रम्प ने तीनों घटनाओं का जिक्र किया। इनमें एस्केलेटर रुक जाना, टेलीप्रॉम्प्टर का खराब होना और असेंबली हॉल के साउंड सिस्टम में गड़बड़ी का होना शामिल था।

उन्होंने UN महासचिव को पत्र लिखकर तुरंत जांच की मांग की है और कहा है कि के एस्केलेटर के सभी सुरक्षा कैमरों और इमरजेंसी स्टॉप बटन की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखी जाए, क्योंकि सीक्रेट सर्विस जांच में शामिल होगी। यहां पढ़ें पूरी खबर…

अमेरिका बोला-भारत किसी से भी तेल खरीदे, रूस से नहीं:हम भारत को सजा नहीं देना चाहते, यूक्रेन जंग खत्म कराना मकसद

अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने भारत से अपील की है कि वह रूस से कच्चे तेल का आयात करने पर दोबारा सोचे। न्यूयॉर्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राइट ने कहा,

QuoteImage

आप दुनिया के किसी भी देश से तेल खरीद सकते हैं, बस रूस से नहीं। अमेरिका भी तेल बेचता है और बाकी देश भी। हम भारत को सजा नहीं देना चाहते, बल्कि युद्ध खत्म करना चाहते हैं और भारत के साथ अपने रिश्ते मजबूत करना चाहते हैं।

QuoteImage

राइट ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत उसके साथ मिलकर काम करे। राइट ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी चाहते हैं कि यह युद्ध जल्द खत्म हो।

उन्होंने कहा कि ऊर्जा और व्यापार सहयोग में भारत के साथ बहुत उज्ज्वल भविष्य है, लेकिन हमें मिलकर ऐसा तरीका निकालना होगा जिससे रूस पर दबाव डाला जा सके और यह युद्ध बंद हो।

राइट ने बताया कि उन्होंने हाल ही में विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की और भविष्य में सहयोग पर बातचीत शुरू की है। यहां पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…

Source link